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एक और लेख जिसे हर बिटकॉइनर, लिबर्टेरियन या क्रिप्टो-अनार्किस्ट को जानना चाहिए: जॉन पेरी बार्लो की
साइबरस्पेस की स्वतंत्रता की घोषणा यह निबंध फरवरी १९९६ में जॉन पेरी बार्लो द्वारा लिखा गया था, जो इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन (ईएफएफ) के सह-संस्थापक थे. यह फाउंडेशन इंटरनेट स्वतंत्रता के लिए बनाई गई थी. EFF से जुड़ी एक और प्रतिष्ठित हस्ती
जॉन गिलमोर भी थीं.
बार्लो की घोषणा १९९६ में जनवरी में अमेरिका द्वारा अपनाए गए १९९६ का दूरसंचार अधिनियम के जवाब में आई. पूरा दस्तावेज़ सरकार की साइबरस्पेस पर संप्रभुता को नकारता है, सरकार के वहां मौजूद होने के अधिकार को नकारता है और साइबरस्पेस के नागरिकों पर शासन करने के सरकार के अधिकार को नकारता है. यह दस्तावेज़ जल्द ही बहुत लोकप्रिय हो गया, ४०,००० से अधिक वेबसाइटों द्वारा कॉपी और वितरित किया गया.
पूरा घोषणा-पत्र नीचे दिया गया है (पाठ प्रारूपण मेरा है):
"औद्योगिक दुनिया की सरकारों, तुम मांस और इस्पात के थके हुए दैत्य, मैं साइबरस्पेस से आया हूं, यह मन का नया घर है. भविष्य की ओर से, मैं तुमसे, जो अतीत के हो, यह अनुरोध करता हूं कि हमें अकेला छोड़ दो. तुम हमारे बीच स्वागत योग्य नहीं हो. जहाँ हम इकट्ठा होते हैं, वहाँ तुम्हारी कोई संप्रभुता नहीं है.
हमारी कोई निर्वाचित सरकार नहीं है, और न ही ऐसा होने की कोई संभावना है, इसलिए मैं तुमसे किसी बड़े अधिकार के साथ नहीं बल्कि केवल उसी अधिकार के साथ बोलता हूं जिससे स्वतंत्रता ने हमेशा बात की है. मैं उस वैश्विक सामाजिक स्थान को स्वाभाविक रूप से स्वतंत्र घोषित करता हूं जिसे हम बना रहे हैं, उन अत्याचारों से जो तुम हम पर थोपना चाहते हो. तुम्हें हम पर शासन करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है और न ही तुम्हारे पास कोई ऐसे साधन हैं जिनसे हमें वास्तव में डरने की कोई वजह हो.
सरकारें अपनी न्यायोचित शक्तियाँ शासितों की सहमति से प्राप्त करती हैं. तुमने न तो हमारी सहमति मांगी और न ही प्राप्त की. हमने तुम्हें आमंत्रित नहीं किया. तुम हमें नहीं जानते, न ही हमारे विश्व को जानते हो. साइबरस्पेस तुम्हारी सीमाओं के भीतर नहीं आता. यह मत सोचो कि तुम इसे बना सकते हो, जैसे यह कोई सार्वजनिक निर्माण परियोजना हो. तुम नहीं बना सकते. यह प्रकृति की एक क्रिया है और यह हमारे सामूहिक प्रयासों से स्वयं विकसित होता है.
तुमने हमारे महान और व्यापक संवाद में भाग नहीं लिया है, और न ही तुमने हमारे बाजारों की संपत्ति का सृजन किया है. तुम हमारी संस्कृति, हमारे नैतिक सिद्धांतों, या उन अलिखित नियमों को नहीं जानते जो पहले से ही हमारे समाज को तुम्हारे किसी भी थोपे गए आदेशों से अधिक व्यवस्था प्रदान करते हैं.
तुम यह दावा करते हो कि हमारे बीच कुछ समस्याएँ हैं जिन्हें तुम्हें हल करना है. तुम इस दावे को हमारे क्षेत्रों पर अतिक्रमण करने के बहाने के रूप में उपयोग करते हो. इन समस्याओं में से कई वास्तविकता में मौजूद ही नहीं हैं. जहाँ वास्तविक संघर्ष हैं, जहाँ अन्याय हैं, हम उन्हें पहचानेंगे और अपने तरीकों से उनका समाधान करेंगे. हम अपना स्वयं का सामाजिक अनुबंध बना रहे हैं. यह शासन हमारी दुनिया की परिस्थितियों के अनुसार उभरेगा, न कि तुम्हारी दुनिया की शर्तों पर. हमारी दुनिया अलग है.
साइबरस्पेस लेन-देन, संबंधों और स्वयं विचारों से बना है, जो हमारी संचार व्यवस्था के जाल में स्थायी तरंग की तरह व्यवस्थित हैं. हमारा एक ऐसा संसार है जो हर जगह है और कहीं भी नहीं, लेकिन यह वह स्थान नहीं है जहाँ शरीर रहते हैं.
हम ऐसा संसार बना रहे हैं जिसमें कोई भी प्रवेश कर सकता है, बिना किसी विशेषाधिकार या पूर्वाग्रह के, जो जाति, आर्थिक शक्ति, सैन्य बल या जन्मस्थान द्वारा निर्धारित हो.
हम ऐसा संसार बना रहे हैं जहाँ कोई भी, कहीं भी, अपने विश्वासों को व्यक्त कर सकता है, चाहे वे कितने भी अनूठे क्यों न हों, बिना इस भय के कि उसे चुप रहने या समरूपता में ढलने के लिए विवश किया जाएगा.
तुम्हारे क़ानूनी विचार - संपत्ति, अभिव्यक्ति, पहचान, गति और संदर्भ - हम पर लागू नहीं होते. वे सभी भौतिक तत्वों पर आधारित हैं, और यहाँ कोई भौतिक तत्व नहीं है.
हमारी पहचान के कोई शरीर नहीं हैं, इसलिए, तुम लोगों की तरह, हम भौतिक बल प्रयोग करके व्यवस्था प्राप्त नहीं कर सकते. हम मानते हैं कि नैतिकता, जागरूक स्वार्थ, और सामूहिक भलाई से हमारा शासन विकसित होगा. हमारी पहचानें तुम्हारे कई क्षेत्रों में वितरित हो सकती हैं. हमारी सभी सभ्यताओं द्वारा सामान्य रूप से स्वीकार किया जाने वाला एकमात्र नियम Golden Rule होगा। हमें उम्मीद है कि हम अपने विशेष समाधान उसी आधार पर बना पाएँगे. लेकिन हम वे समाधान स्वीकार नहीं कर सकते जिन्हें तुम हम पर थोपने का प्रयास कर रहे हो.
संयुक्त राज्य अमेरिका में, आज तुमने एक कानून बनाया है, टेलीकम्युनिकेशन रिफॉर्म एक्ट, जो तुम्हारे स्वयं के संविधान को अस्वीकार करता है और जेफरसन, वाशिंगटन, मिल, मैडिसन, डी टोकविल और ब्रांडीस के सपनों का अपमान करता है. अब ये सपने हममें नए सिरे से जन्म लेंगे.
तुम अपने ही बच्चों से भयभीत हो, क्योंकि वे उस दुनिया के स्वाभाविक निवासी हैं जहाँ तुम हमेशा प्रवासी रहोगे. इसी भय के कारण तुम अपनी नौकरशाही को वे मातापिता-सुलभ ज़िम्मेदारियाँ सौंप देते हो, जिनका सामना करने के लिए तुम स्वयं बहुत कायर हो. हमारी दुनिया में, मानवता की सभी भावनाएँ और अभिव्यक्तियाँ - गिरी हुई से लेकर दैवीय तक - एक अखंड संपूर्णता का हिस्सा हैं, बिट्स की वैश्विक बातचीत. हम उस हवा को अलग नहीं कर सकते जो घुटन पैदा करती है, उस हवा से जिस पर पंख फड़फड़ाते हैं.
चीन, जर्मनी, फ्रांस, रूस, सिंगापुर, इटली और अमेरिका में, तुम साइबरस्पेस की सीमाओं पर पहरेदार तैनात करके स्वतंत्रता के वायरस को रोकने की कोशिश कर रहे हो. यह प्रयास थोड़े समय के लिए इस संक्रमण को रोक सकता है, लेकिन यह उस दुनिया में सफल नहीं होगा जो जल्द ही बिट्स से भरे मीडिया से आच्छादित होने वाली है.
तुम्हारी दिन-ब-दिन अप्रचलित होती सूचना उद्योगें स्वयं को बनाए रखने के लिए अमेरिका और अन्य स्थानों पर ऐसे कानून प्रस्तावित कर रही हैं, जो पूरी दुनिया में अभिव्यक्ति पर स्वामित्व का दावा करते हैं. ये कानून विचारों को एक अन्य औद्योगिक उत्पाद घोषित करेंगे, जो सूअर के लोहे (पिग आयरन) से अधिक महान नहीं होगा. हमारी दुनिया में, जो कुछ भी मानव मस्तिष्क रच सकता है, वह अनंत रूप से पुनरुत्पादित और वितरित किया जा सकता है, बिना किसी लागत के. विचारों के वैश्विक संप्रेषण के लिए अब तुम्हारी फैक्ट्रियों की आवश्यकता नहीं रही.
ये लगातार बढ़ते शत्रुतापूर्ण और औपनिवेशिक उपाय हमें उसी स्थिति में ले आते हैं, जिसमें पहले स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय के प्रेमी थे, जिन्होंने दूरस्थ और अज्ञानी शक्तियों के अधिकार को अस्वीकार किया था. हमें अपने आभासी अस्तित्व को तुम्हारी संप्रभुता से मुक्त घोषित करना होगा, भले ही हम अब भी अपने शरीरों पर तुम्हारे शासन को स्वीकार करते रहें. हम अपने विचारों को इस ग्रह पर फैला देंगे ताकि कोई भी हमारी सोच को कैद न कर सके.
हम साइबरस्पेस में मस्तिष्क की एक सभ्यता का निर्माण करेंगे. यह तुम्हारी सरकारों द्वारा पूर्व में बनाई गई दुनिया से अधिक मानवीय और न्यायसंगत हो."
इस पहल के तहत अनुवादित :